Bewafa Shayari - General Shayari
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कदम यूँ ही डग मगा गए रास्ते में,
वरना संभलना हम भी जानते थे,
ठोकर भी लगी तो उस पत्थर से,
जिसे हम अपना खुदा मानते थे !!!
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Bewafa Shayari
यूँ तो कोई तन्हा नहीं होता,
चाह कर भी कोई जुदा नहीं होता,
मोहब्बत को तो मजबूरियां ही ले डूबती है,
वरना ख़ुशी से कोई बेवफ़ा नहीं होता !!!
Bewafa Shayari
जख्म जब मेरे सीने के भर जायेंगे,
आसूं भी मोती बन कर बिखर जायेंगे,
मत पूछना किस-किस ने धोखा दिया,
वरना कुछ अपनों के चेहरे उतर जायेंगें !!!
Bewafa Shayari
जिंदगी से बस यही गिला हैं,
ख़ुशी के बाद क्यूँ गम मिला हैं,
हमने तो उनसे वफ़ा की थी पर,
यह नहीं जानते थे वफ़ा का बेवफाई ही सिला हैं !!!
Bewafa Shayari
क्यूँ ख़त लिखती हो अब चाहत कैसी,
जब जुदा हो ही गई हो तो मोहब्बत कैसी,
मुझे तो तुम्हारी वफाओं पर बड़ा नाज था,
तू बेवफ़ा निकली, अब तुजसे शिकायत कैसी !!!
Bewafa Shayari
बेवफा तूने वफ़ा को छोड़ दिया,
क्या कमी थी जो मुझसे मुह मोड़ लिया,
शायद बेवफाई करने में तुम को आता है मजा,
मुजको छोड़कर गैरो से नाता जोड़ लिया !!!
Bewafa Shayari
तुझे भूला कर भी न भूल पाएं हम,
बस यही एक वादा नहीं निभा पाएं हम,
मिटा देगे खुद को भी जान से लेकिन,
तेरा नाम दिल से न मिटा पाएंगे हम !!!
Bewafa Shayari
जब मुझसे मोहब्बत ही नहीं तो रोकते क्यूं हो,
तन्हाई में मेरे बारे में सोचते क्यूं हो,
जब मंजिले जुदा है तो जाने दो मुझे,
लोट के कब आओगे ये पूछते क्यूं हो...
Bewafa Shayari
पी कर रात में उनको भुलाने लगे,
गम को शराब में मिलाने लगे,
ये शराब भी बेवफ़ा निकली यारो,
वो तो हमें और भी याद आने लगे !!!
Bewafa Shayari
प्यार में हमारे सब्र का इम्तेहा तो देखो,
वो मेरी बाहों में सो गई रोते-रोते,
किसी और के लिए !!!
Bewafa Shayari
रोने की सजा न रुलाने की सजा है,
ये दर्द, मोहब्बत को निभाने की सजा है,
हंसते है तो आंखो से निकल आते है आंसू,
ये उस शख्स से दिल लगाने की सजा है !!!